Saturday, November 15, 2008

मेरा शहर छपरा

छपरा बिहार राज्य के सारण प्रमंडल एवं जिले का मुख्यालय शहर है जो कि गंगा और घाघरा नदी के संगम पर स्थित है । प्राचीन काल में यह कोसल राज्य का भाग हुआ करता था ,इसका ऊल्लेख हमें अबुल फजल लिखित आइने अकबरी में भी मिलता है जो कि उस समय बिहार राज्य के ६ राजस्व जिलों में एक था .। छपरा का काफ़ी पुराना इतिहास रहा है महर्षि दधिचि का आश्रम यहीं पर अवस्थित था जिन्होंने व्रज बनाने के लिए अपनी अस्थियां देवताओं को दान कर दी थी । महर्षि गौतम का आश्रम भी यहां से आठ किलोमीटर दूर पर स्थित है जहां भगवान श्री राम चंद्र जी अहिल्या को श्रापमुक्त किया था । भोजपुरी के प्रसिद्ध नाटकार भिखारी ठाकुर का जन्म भी यहीं हुआ था । छपरा भारत के हरेक कोने से रेलमार्ग से जुडा हुआ है साथ ही साथ यह बिहार की राजधानी पटना से मात्र ७० किमी की दूरी पर है ,शहर के मध्य से राष्ट्रीय राजमार्ग १९ गुजरता है । एशिया का सबसे बडा पशु मेला छपरा के पास स्थित सोनपुर में लगता है जिसमे देश विदेश के पर्यटक आते हैं ।
छपरा शहर में शिक्षा की समुचित व्यवस्था है स्कुली शिक्षा के लिए निजी एवं सरकारी दोनों प्रकार के विद्यालय मौजुद हैं सारण सेंन्ट्रल स्कूल , भागवत विद्यापीठ ,होली मिशन स्कुल जिला स्कुल आदि जिनमें प्रमुख हैं भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा राजेन्द्र प्रसाद इसी जिला स्कुल के छात्र थे जहां उन्होंने पहली बार अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था ।
ऊच्च शिक्षा के क्षेत्र में यहां जयप्रकाश विश्वविद्यालय है जिसके अन्तर्गत सारण ,सीवान एवं गोपालगंज जिलों के ४२ महाविद्यालय आते हैं जिसमे १२ सिर्फ छपरा शहर में स्थित है । इन सबों में राजेन्द्र महाविद्यालय सबसे प्रतिष्ठत है यहां पर व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का भी संचालन किया जाता है |
पर्यटन स्थल
आमी - यह छपरा से २० किमी की दुरी पर है ऐसी मान्यता है राजा दक्ष प्रजापति ने यहीं पर यझ करवाया था जिसमें ऊन्होंने भगवान शिव को आमंत्रित नही किया इससे सती नाराज हो गई और यझ कुंड में कुद गई जब यह बात भगवान शिव को मालूम चली तो ऊन्होंने सती के शरीर को अपने कंधे पर रख कर तांडव करने लगे और सती का धर यही आमी में गिरा और जहां जहां ऊनके अन्य अंग गिरे वो शक्तिपीठ हो गए । इसका ऊल्लेख शिव पुराण में भी मिलता है ।
सोनपुर - यहां एशिया का सबसे बडा पशु मेला लगता है जिसमें देश विदेश से पर्यटक आते हैं जो कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगता है ।
प्रसिद्ध हस्ती - ब्रजकिशोर प्रसाद (डा राजेन्द्र प्रसाद के राजनीतिक गुरु) मजहरुल हक ,महापंडित राहूल सांक्रित्यायन, प्रसिद्ध संगीतकार जोडी आनंद-मिलिंद, प्रसिद्ध चरित्र अभिनेता अखिलेन्द्र मिश्र, सबिता सिंह ( पहली दक्षिण एशियाई डिस्ट्रिक्ट जज मैसाचुसेट्स संयुक्त राज्य अमेरिका )

2 comments:

Unknown said...

shivesh ji we r glad of u that u have written so good letter but something is still left that is:-

1)marhaura ke mahtha ghachi me 1942 ke aandolan me saat angrejo ko maara gaya tha.

2)sitabdiara ke jaiprakash babu ke baare me bhi aapne jankari nahi di.

2)marhaura me jo teen fectoria chal rahi he uska bhi apne jikre nahi kiya.

santosh kapoor

gram+post=fulwaria
police station=maker
district=chhapra,bihar

Avinash Kumar said...

Santosh ji bahut achhe achhe comment kiye hai apne kuchh apne bare me bhi bataieye mai bhi fulwariya ka hi hu
Avinash
gram+post=fulwaria
police station=maker
district=chhapra,bihar