Friday, November 14, 2008

भाषा साहित्य एवं संस्कृति अध्ययन संस्थान

यह ज ने वि का सबसे विशालतम संस्थान है यहां पर स्नातक से लेकर पी एचडी तक लगभग १५०० छात्र अध्ययनरत हैं । यहां पर १० विदेशी भाषाएं स्पेनी, जर्मन, फ्रांसीसी, चीनी, जापानी, कोरियाई, फारसी, रुसी, अरबी एवं अंग्रेजी तथा दो भारतीय भाषाएं हिंदी और ऊर्दू की पढाई होती है जिसके लिए ११ केन्द्र बनाएं गए हैं ।

१) स्पेनी पुर्तगाली इतालवी एवं लैटिन अमेरिकाई अध्ययन केन्द्र

२) फ्रांसीसी एवं फ्रेकोंफोन अध्ययन केन्द्र

३) जर्मन अध्ययन केन्द्र

४) रुसी अध्ययन केन्द्र

५) चीनी एवं दक्षिन पूर्वी एशियाई अध्ययन केन्द्र

६) जापानी कोरियाई एवं ऊत्तर पूर्वी एशियाई अध्ययन केन्द्र

७) अरबी एवं अफ्रीकाई अध्ययन केन्द्र

८) फारसी एवं मध्य एशियाई अध्ययन केन्द्र

९) अंग्रेजी अध्ययन केन्द्र

१०) भाषाशास्त्र केन्द्र

११) भारतीय भाषा केन्द्र

प्रत्येक वर्ष यहां अगस्त के महीने में कल्लोल नामक एक वार्षिक ऊत्सव आयोजित किया जाता है जिसमें अंतर केन्द्र स्तर पर खेल कूद तथा सांस्कतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है जिसमें बडी संख्या में भाग लेते हैं । यहां का शिक्षण का स्तर बहुत ही ऊंचा है तथा यहां का भाषा प्रयोगशाला तो एशिया स्तर का है । विदेशी भाषा के छात्रों कों तो पाठ्यक्रम पूरा करते एचपी ओरेकल जैसे बहूराष्ट्रीय कंपनियों में नौकरी मिल जाती है ।

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